Subscribe

RSS Feed (xml)

Powered By

Skin Design:
Free Blogger Skins

Powered by Blogger

सुस्वागतम

आपका हार्दिक स्वागत है, आपको यह चिट्ठा कैसा लगा? अपनी बहूमूल्य राय से हमें जरूर अवगत करावें,धन्यवाद।

January 20, 2008

विमल जी की ठुमरी

विमल जी की ठुमरी

दोस्तों आप को याद होगा कुछ महीने पहले बम्बई में ब्लोगरस मीट हुआ था आई आई टी के प्रांगण में जब मनीष जी यहां आये थे और मैं, विमल, प्रमोद, अभय, विकाश, अनिल, युनुस जी उनसे मिलने गये थे। अब जब इतने संगीत प्रेमी एक जगह जमा हो तो गीतों की महफ़िल लगना तो लाजमी ही था। महफ़िल जमी और खूब जमी। हमने उसकी विडियो रिकॉरडिंग की, लेकिन ब्लोग पर न डाल सके, तकनीकी चैंलेजड हैं न इस लिए। पहली परेशानी आयी कि कैमरे से जो फ़ाइल लोड की उसका साइज बहुत बड़ा था, ब्लोग सिर्फ़ 15 एम बी ही लेता है। बहुत से लोगों से पूछा कैसे करें, आई आई टी के विकाश को पता था कि क्या करना चाहिए पर वो इतने व्यस्त कि हाय बाय के सिवा कोई बात ही नहीं हो पाती। उड़ते उड़ते वो एक दो लाइन में बता देते और हम सिर फ़ोड़ते रहते। हम कई बार निराश हुए। लगा ये खजाना अब हम तक ही सिमित रह जाएगा। तकनीकी ज्ञान वो भी ऑन लाइन सीखना नाकों चने चबाने के जैसा है। फ़िर मन में वो कविता की लाइने कौंध जाती थी, कौशिश करने वालों की हार नहीं होती।

युनुस जी इस मीट का रसाव्दन आप लोगों को करा ही चुके हैं अनिल जी का गीत सुना कर। पर हम तो विमल जी का गीत सुनवाना चाह्ते थे जो हमको सबसे बड़िया लगा। दोस्तों, इस गीत को ब्लोग पर चढ़ाने के चक्कर में विमल जी का ये गीत मैं कई बार सुन चुकी हूँ पर अभी तक बोर नहीं हुई।

लीजिए आप भी सुनिए और बताइए कैसा है, वीडियो की गुणवत्ता शायद संतोषजनक न हो, उसके लिए माफ़ी चाहती हूँ, फ़िर भी सौ में से 35 नंबर की आशा तो कर ही सकती हूँ न?

विमल जी की ठुमरी

21 comments:

Dr Parveen Chopra said...

मैडम, 35 नहीं, आप को कम से कम 75 मिल रहे हैं और वह भी इसलिए कि मार्किंग थोडी स्ट्रिक्ट है। काफी दिनों के बाद आप को बलोगो-स्फियर पर पढ़ने का मौका मिला है।
शुभकामऩाएं।।

अनामदास said...

विमल जी के लिए संदेश है, मज़ा आ गया, प्रमोद भाई कैसे बैठे हैं बड़का चाचा बनकर, सब झूम रहे हैं और वो हिलने तक को तैयार नहीं हैं.
धन्यवाद अनिता जी इस मस्ती में शामिल करने के लिए.

Sanjeet Tripathi said...

शानदार!!
तो आखिरकार यह आपने साबित कर ही दिया कि कोशिश करने वालों की हार नही होती!!
बधाई कि आपने एक और चीज सीख ली!!

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

विमल जी का गीत = EXCELLENT !!
CHORUS & DRUMS = EXCELLENT !!
ANITAJI's EFFORT = EXCELLENT !!
So the Ranking is = 99 % !!

VIMAL VERMA said...

अनिताजी, अब तक आपने उस दिन को अपने कैमरे में सुरक्षित रखा इसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया,आपने टू मेरी शान ही बढ़ा दी मैं टू फूल कर गोल्गप्पा हुआ जा रहा हूँ, फिर से शुक्रिया

मीनाक्षी said...

अनितादी ! अति उत्तम ! बहुत अच्छा लगा कि आपने नई तकनीक तो सीखी लेकिन हमें विमल जी का सुन्दर गीत वह भी अदभुत वाद्य यंत्रों के साथ सुनवा कर आनन्द बाँटा.

Neeraj Rohilla said...

बहुत बढिया गीत, और आपके वीडियो को पूरे १०० नंबर

अजित वडनेरकर said...

दीदीश्री ने तो कमाल कर दिया। आपके वर्णन को पढ़ कर और मूक छवि देखकर ही सब कुछ सार्थक लग रहा है। ध्वनितंत्र ठीक नहीं हो पा रहा है। विमलवाणी की तारीफ काफी सुन चुका हूं। अब इसकी खातिर एक दिन की छुट्टी लेकर कुछ करता हूं। यूनुस भाई के खजाने को भी नही सुन पा रहा हूं।
शुक्रिया ....

ghughutibasuti said...

वाह बढ़िया काम कर लिया ! मान गए आपको ।
घुघूती बासूती

अभय तिवारी said...

बहुत गाया है यह गीत विमल भाई के पीछे खड़े हो कर.. पुरानी यादें ताज़ा हो गईं.. मार्फ़त आप के.. शुक्रिया..

mamta said...

विडियो सुनाने और अपलोड करने के लिए बधाई ।

PD said...

बहुत बढिया अनिता जी..
मैं आफिस में तो उसे नहीं सुन सकता हूं, पर घर जाकर इसे जरूर सुनूंगा..
मेरे तरफ़ से आपको 100/100 :)

anuradha srivastav said...

अनिता जी आप तो हमारे लिये प्रेरणा स्वरूप हैं।

Gyan Dutt Pandey said...

जी, हम तो सौ अंक देंगे और बोनस भी - नयी विधा के लिये दिमाग और दिल खुला रख कर जो जी रहीं हैं आप!

Pankaj Oudhia said...

बडे दिनो बाद??? यह ठीक नही है। जल्दी-जल्दी लिखिये क्योकि आपकी शैली बढिया है।

दिनेशराय द्विवेदी said...

गीत बहुत अच्छा था और औचक साधनों के साथ उस का आनन्द। हम वीडियो में ताल वाद्य और उसे बजाने वाले को ढूंढते रहे। वह भी दिखता और साथ में श्रोताओं पर उस का असर देखने को मिलता तो यह पोस्ट अद्वितीय हो जाती। (आगे कोशिश की जा सकती है) फिर भी यह पोस्ट 'चजई' के लिए अब तक की सर्वोत्तम पोस्ट नजर आ रही है। काशः मैं उस के निर्णायक मण्डल में होता।

काकेश said...

जब से आपने लगाया है तब से कई बार सुन चुका हूँ. आपको 100 में 100 अंक दिये जाते हैं.

Manish Kumar said...

shukriya..aapne to us shaam ki bhir se yaad dila dee !

vikky said...

आखिर वो दिन मिल हे गया जब हमे एक collage की बड़ी प्रॉफेसर को मार्क्स देने है ! इतना अच्छा मोका कैसे जाने दे !! पर "विमल जी की ठुमरी" तो कमाल की थी और अनिता जी तो एक बार जो सोच ले वो तो उनको करना ही है ! शयद अब जा कर नीद आई होगी जब विडियो अपलोड हो गया है बहोत बढ़िया काम है 95 से कम नहीं दे सकते बहोत खोब अनिता जी सबसे जायदा अच्छा तो हमे इसका ओरिजनल music लगा विमल जी की के साथ साथ सब लोगो ने खोब रंग जमाया !!!!!!!!!!!!!!

अनूप शुक्ल said...

बहुत अच्छा लगा ठुमरी सुनकर। कुछ अटक रहा है मामला कहीं लेकिन शानदार होने में कोई कसर नहीं है। नम्बर तो हम पूरे देंगे जबरिया! हमारे कोई का करिहै!

Vikash said...

itni mehnat se ham table peet rahe the. aur ek second bhi camera meri taraf nahi ghumaya. :O anyaay hai ye...;)

waise, aaj jaake dekh paaya hoon. IIT me video banned hai, so dikhta nahi tha. itni mehnat karke aapne upload kiyaa hai, uske liye badhaai wagairah chhoti cheej hai. :)