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March 11, 2008

लालू जी कहिन

लालू जी कहिन
भई अब लालू जी ई एस एफ़ एफ़ ( इंगलिश स्पीकिंग फ़टाफ़ट फ़टाफ़ट) हो गये हैं, भारतीय रेल भी मुनाफ़ाखोर हो गया है, तो लालू जी ने सोचा क्युं न दूसरे किले फ़तह किए जाएं, कुछ और अपनी धाक जमायी जाए, क्या करें, बहुत सोच सोच ये सोचा भारतियों का परचम लहरा रहा है ये ससुरी सिलिकॉन वैली की वजह से, तो क्युं न हम सांड को सींग से पकड़ लें, सीधा माइक्रोसोफ़्ट ही घेरे डालते हैं न, तो भैया लालू जी ने अपना आवेदनपत्र भेज ही दिया माइक्रोसोफ़ट में अब देखिए आगे क्या हुआ …:)
Laloo Prasad sent his Bio Data - to apply for a post in MicrosoftCorporation, USA। A few days later he got this reply :

"Dear Mr। Laloo Prasad, We are sorry to intimate you that you do not meet our requirements. Please do not send any further correspondence. No phone call shall be entertained. Thanks"

लालू जी खुशी के मारे फ़ूले नहीं समाए, झटपट एक समारोह का इंतजाम किया गया, प्रेस वालों को भी निमंत्रण दिया गया। जब मजमा जम गया तो लालू जी कुछ इस अंदाज में खड़े हुए मानों चुनावी भाषण दे रहे हों हां तो "भाइयों और बहनों, आप सब को ये जान कर खुशी होगी कि हम अमरीका में नौकरी पा गया हूँ"। सब लोगों ने करतल ध्वनी से अपनी प्रसन्नता जाहिर की, आखिर हर भारतीय का एक ही सपना- अमरीका। बात को लालू जी ने आगे बढ़ाया "आप विश्वास नहीं करते हैं न तो लो अब मैं आप सब को अपना अपोंन्ट्मेंट लैटर पढ़ कर सुनाऊंगा - पर लैटर अंग्रेजी में है इस लिए साथ साथ हिन्दी में ट्रांसलेट भी करुंगा"।
Dear Mr। Laloo Prasad ..... प्यारे लालू प्रसाद भैया
We are sorry ...... हमसे गलती हो गयी
to intimate you that .........आप को ये बताना है कि
You do not meet ---- आप तो मिलते ही नहीं हो
our requirement ---- हमको तो जरुरत है
Please do not send any furthur correspondance ---- अब लैटर वैटार भेजने का कौनुहु जरुरत नाहीं।
No phone call ---- फ़ुनवा का भी जरुरत नहीं है
shall be entertained ---- बहुत खातिर की जाएगी
Thanks ---- आप का बहुत बहुत धन्यवाद

ऊपर लिखी घटना कोरी काल्पनिक है और मेरी अपनी बनायी हुई नहीं है। मुझे पढ़ने में बहुत मजा आया, आप के साथ अपना आनंद बांट रही हूँ…।:)

12 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

क्या हिन्दी की है अंग्रेजी की। भारत माता की कसम हम तो लालू जी पर फिदा हो गए।

समयचक्र said...

पढ़कर बड़ा आनंद आया खैर लालू जी के किस्से वैसे ही मशहूर है लिखा जाए तो पूरा "लालू चालीसा बन जावेगा .

रवि रतलामी said...

संताबंता पर यह चुटकुला पढ़ा था, अब लालू पर पढ़ा तो वाकई ज्यादा आनंद आया.

शब्दों का सफर पर आपका आत्मकथ्य भी चमत्कृत, रोमांचित करने वाला है.

Admin said...

क्या बात है!

राज भाटिय़ा said...

अनीता जी,सच मे बहुत मजा आया मेने तो इसे कापी कर के रख लिया हे, धन्यवाद

Sanjeet Tripathi said...

मजेदार!!

Pankaj Oudhia said...

:)

ghughutibasuti said...

बहुत बढ़िया ।
घुघूती बासूती

Rajesh said...

Lalooji ka translation, bhai waah!

कंचन सिंह चौहान said...

he he he ye lalu ji ham jaise anuvadako.n ki lutiya kahe.n diboye de rahe hai.n madam...:)

Anonymous said...

हा हा पहले भी एक बार सुना था आज फिर पढ़कर मजा आया, शब्दों का सफर में आपके बारे में पढ़ा, बड़ी सरलता से आपने बारे में बताया है।

Batangad said...

अनीताजी ऐसी ही मसखरियों का मजा लेकर लालू बिहार में इतने सालों तक राज कर गया अब केंद्र में राज कर रहा है। लालू को पता है कि उनकी मसखरी बिक रही है।