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September 02, 2008

मोरया रे बप्पा मोरया रे



मोरया रे बप्पा मोरया रे

कल गणेश चतुर्थी है। महाराष्ट्र में गणेश पूजा का महत्त्व उतना ही है जितना बंगाल में दुर्गा पूजा का। चारों तरफ़ हर्षोल्लास का वातावरण है, ये बिगुल है कि त्यौहारों का मौसम आ चला। अब बीच में श्राद्ध पक्ष को छोड़ दें तो दिवाली तक सब तरफ़ रौनक रहेगी। चतुर्थी तो कल है लेकिन अभी से सड़कों पर बजते ढोल मजींरों की आवाज हमारे अंदर के कमरे तक आ रही है।


कल सुबह से ही आरतियों का दौर जो शुरु होगा तो दस दिन तक थमेगा नहीं। जहां एक तरफ़ लता मंगेशकर के स्वर गूंजेगें वहीं अनूप जलोटा के स्वर भी पूरे वातावरण को भक्तिमय बना देते हैं। खास कर उनका एक भजन मुझे बहुत अच्छा लगता है
"जाना था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चढ़े " इस भजन में केवट की हौशियारी को अनूप जलोटा ने इतना मजे ले कर गाया है कि जब भी सुनते है मुस्कराये बिना नहीं रह पाते। वैसे गणेश जी की आरती तो सब जगह ही होती है लेकिन मराठी में गणेश आरती इतनी मधुर है कि जिसे मराठी नहीं समझ आती वो भी झूमे बगैर नहीं रह सकता। मेरी पंसद की दो आरतियां मराठी में प्रस्तुत कर रही हूँ , आशा है आप को भी इन्हें सुनने में उतना ही मजा आयेगा जितना हमें आता हैं। हम तो ये दोनों आरतियां दस दिनों तक हर गली कूचे में सुनेगे और इनके साथ जाती हुई बरसात का आंनद भी लेगे। सोचा आप के साथ भी ये आंनद बांट लें







अगर आप को आरतियां अच्छी लगे और इसके बोल जानना चाहेगे तो मुझे युनूस जी के दरवाजे पर गुहार लगानी पड़ेगी…।:)

18 comments:

Rachna Singh said...

oh ho !!! Mam
so aap bhi expert
hogayee
videao upload kiaa haen
kyaa baat haen badhaii
ganpati bapaa maurya
agele baras tu jaldi aa

Arvind Mishra said...

एक प्रशान्तिदायी अनुभव -भावातीत !,इन भक्ति आराध्नाओं में कितनी ऊर्जा निहित है !

महेन्द्र मिश्र said...

गणपति बब्बा मोरिया

PREETI BARTHWAL said...

ऊं गणगणपतये नमः
गणपतिबप्पा मोरिया।

Anonymous said...

अरे वाह, ब्लाग तो भक्तिमय हो गया। बढ़िया है। बधाई। इत्ते दिन बाद लिखने के लिये एक पोस्ट!

कामोद Kaamod said...

गणपति बब्बा मोरिया
ढेरों शुभकामनाएं.

आलोक कुमार said...

गणपति बब्बा मोरिया !!
आजकल आपके पोस्ट बहुत ही लम्बे अन्तराल पर आते हैं.

Sanjeet Tripathi said...

बहुत बढ़िया।
और हां अपन ये आलोक जी से सहमत हैं।

Abhishek Ojha said...

गणपति बप्पा मोरया !

यूनुस said...

जी अनीता जी हम सेवा के लिए हाजिर हैं ।
गणपति बप्‍पा मोरिया ।

डॉ .अनुराग said...

गणपति बब्बा मोरिया

Gyan Dutt Pandey said...

आज के दिन गणपति की याद - वह भी काम के बीच समय निकाल आपकी पोस्ट पढ़ कर। आनन्द आ गया!

नीरज गोस्वामी said...

गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं...बहुत दिनों बाद आप की पोस्ट पढने को मिली...सुरीले भजन सुनवाने के लिए साधुवाद...संगीत की कोई भाषा नहीं होती...आप ने सिद्ध कर दिया...
नीरज

कंचन सिंह चौहान said...

jay ho...mangalmay ho.... :)

Manish Kumar said...

बहुत बढ़िया भजन सुनाया आपने। अनूप जलोटा जी का वो भजन भी सुना है बेहद प्यारा है।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

लगा कि हम फिर से बँबई नगरिया पहुँच गये !
अनिता जी,
आरती सुनवाने के लिये धन्यवाद !
- लावण्या

Harshad Jangla said...

अनिताजी
दोनों आर्तियां मधुर है |
धन्यवाद |

-हर्षद जांगला
एटलांटा , युएसऐ

Asha Joglekar said...

बाप्पा मोरया रे !