tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post838202743627189192..comments2023-09-22T23:12:32.610+05:30Comments on कुछ हम कहें: Anita kumarhttp://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-74669653928955165562009-03-10T14:19:00.000+05:302009-03-10T14:19:00.000+05:30होली की शुभकामनायें !होली की शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-32731661385824585082009-03-10T10:59:00.000+05:302009-03-10T10:59:00.000+05:30पढीं लिखीं बहुंओं को अम्मा, बस अब तो इतना कहती है....पढीं लिखीं बहुंओं को अम्मा, बस अब तो इतना कहती है.<BR/>औरत बडे दिल की होवे है, इस खातिर वह सब सहती है.<BR/>पेड भला क्या पा जाता है, अपने सारे फल को खोकर.<BR/>गांव वाले घर में अम्मा, सब कुछ थी कुछ भी न होकर.<BR/><BR/>बहुत ही सुंदर कविता पढवाने का धन्यवाद । आपने वापस लिखना शुरू किया बधाई ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-44314190926163021542009-03-09T19:20:00.000+05:302009-03-09T19:20:00.000+05:30गावं की अम्मा लाजवाब...आपको होली की शुभ कामनाएं .....गावं की अम्मा लाजवाब...<BR/>आपको होली की शुभ कामनाएं ...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-32683436757154975882009-03-09T17:40:00.000+05:302009-03-09T17:40:00.000+05:30सुन्दर कविता ..बहुत बढ़िया .होली मुबारक आपकोसुन्दर कविता ..बहुत बढ़िया .होली मुबारक आपकोरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-64557446373250395872009-03-09T11:31:00.000+05:302009-03-09T11:31:00.000+05:30इस कविता से बहुत कुछ याद आ गया ।देर से सही महिला द...इस कविता से बहुत कुछ याद आ गया ।<BR/>देर से सही महिला दिवस की बधाई ।<BR/><BR/>और हाँ आपको और आपके परिवार को होली मुबारक ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-91488659512440316102009-03-09T01:40:00.000+05:302009-03-09T01:40:00.000+05:30मर्मस्पर्शी कविता.. महिला दिवस पर बधाईमर्मस्पर्शी कविता.. महिला दिवस पर बधाईमीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-31600267138064376872009-03-08T22:58:00.000+05:302009-03-08T22:58:00.000+05:30सुंदर स्पर्शी कविता।सुंदर स्पर्शी कविता।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-23244022251416326372009-03-08T22:44:00.000+05:302009-03-08T22:44:00.000+05:30बहुत सुंदर कविता है ... इसे पढाने के लिए योगेश समद...बहुत सुंदर कविता है ... इसे पढाने के लिए योगेश समदर्शी जी के साथ ही साथ आपको भी बहुत बहुत धन्यवाद।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-16108101582774101272009-03-08T22:05:00.000+05:302009-03-08T22:05:00.000+05:30माँ की बात चली हो तो कुछ लिखने- कहने - सुनने के लि...माँ की बात चली हो तो कुछ लिखने- कहने - सुनने के लिये शब्द भी नहीं होते हमारे पास, बस सर और आँखें आदर से झुक जाती है।<BR/>कुछ समय पहले मैने अपने ब्लॉग पर इसी तरह की एक कविता पोस्ट की थी, जरूर पढ़ियेगा।<BR/><A HREF="http://nahar.wordpress.com/2006/05/14/%e0%a4%85%e0%a4%ae%e0%a5%8d%e0%a4%ae%e0%a4%be-%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%95%e0%a4%a5%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a5%80%e0%a4%a4" REL="nofollow">बहुत दिनों पर आज अचानक, अम्मा छत प आई है</A>सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-83179521655097584212009-03-08T21:21:00.000+05:302009-03-08T21:21:00.000+05:30ऐसी ही होतीँ हैँ "अम्मा" -- श्री योगेश समदर्शी जी ...ऐसी ही होतीँ हैँ "अम्मा" --<BR/> श्री योगेश समदर्शी जी की कविता ने<BR/> उन्हेँ साकार कर दिया है <BR/>और आपने इसे पढवाया ..<BR/> आभार अनिता जी ..<BR/>स स्नेह,<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-76852951502689633642009-03-08T21:07:00.000+05:302009-03-08T21:07:00.000+05:30आपने मेरी इस कविता का कद बडा कर दिया आज अपने ब्लोग...आपने मेरी इस कविता का कद बडा कर दिया आज अपने ब्लोग पर लगा कर.. आपका आभार है. और टिप्पणी में इस कविता को पसंद करने वालों के प्रति भी मेरा आभार और अभिवादन..योगेश समदर्शीhttps://www.blogger.com/profile/05774430361051230942noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-20221939241210311482009-03-08T21:03:00.000+05:302009-03-08T21:03:00.000+05:30ओह, गांव की स्त्रियों के कई चरित्र हैं जिन्होंने अ...ओह, गांव की स्त्रियों के कई चरित्र हैं जिन्होंने अकेले दम पर्दे में रह कर भी घर-खेत का कुशल प्रबन्ध किया। आदमियों से बेहतर।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-42885383259084982122009-03-08T20:49:00.000+05:302009-03-08T20:49:00.000+05:30अम्मा(शहरी ) आप और गाँव वाली जो कुछ भी नहोकर सब कु...अम्मा(शहरी ) आप और गाँव वाली जो कुछ भी नहोकर सब कुछ थी दोंनों को महिला दिवस पर बधाई .....आभाhttps://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-7195171392640538702009-03-08T20:31:00.000+05:302009-03-08T20:31:00.000+05:30"गांव वाले घर में अम्मा, सब कुछ थी कुछ भी न होकर."..."गांव वाले घर में अम्मा, सब कुछ थी कुछ भी न होकर." इन पंक्तियों ने मन को भाव-भावना से भर दिया. <BR/>धन्यवाद ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-56374741280611978042009-03-08T20:14:00.000+05:302009-03-08T20:14:00.000+05:30रोती रोती आंगन लीपे, घूंघट भीतर लाज संजोकर.गांव वा...<I>रोती रोती आंगन लीपे, घूंघट भीतर लाज संजोकर.<BR/>गांव वाले घर में अम्मा, सब कुछ थी कुछ भी न होकर.<BR/>काला अक्षर भैंस बताती, लेकिन राम चौपाई गाती.<BR/>पूरे घर के हम बच्चों को, आदर्शों की कथा बताती.</I><BR/><BR/>बहुत सुंदर भावपूर्ण कविताAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-11794623038993768832009-03-08T19:51:00.001+05:302009-03-08T19:51:00.001+05:30बहुत सुंदर भावपूर्ण कविता है। इस कविता ने बहुत कुछ...बहुत सुंदर भावपूर्ण कविता है। इस कविता ने बहुत कुछ स्मरण करा दिया।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-42416430836169226152009-03-08T19:51:00.000+05:302009-03-08T19:51:00.000+05:30योगेश भाई की कविताऐं शुरु से ही मुझे प्रभावित करती...योगेश भाई की कविताऐं शुरु से ही मुझे प्रभावित करती हैं. आज भी बहुत सुन्दर रचना पेश की. आपका आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-5173877931687833702009-03-08T19:13:00.000+05:302009-03-08T19:13:00.000+05:30सुंदर कविता । समदर्शी जी को हमारी ओर से साधुवाद पह...सुंदर कविता । समदर्शी जी को हमारी ओर से साधुवाद पहुंचे ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.com