tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post5574781845521828747..comments2023-09-22T23:12:32.610+05:30Comments on कुछ हम कहें: कविताई शामAnita kumarhttp://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-60219181461674713202008-06-01T21:43:00.000+05:302008-06-01T21:43:00.000+05:30उल्लेखित सभी कवितायें अद्भुत लगीं। सोचता हुँ, मुंब...उल्लेखित सभी कवितायें अद्भुत लगीं। सोचता हुँ, मुंबई आने की कोई सूरत निकालनी पड़ेगी… :)महेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-8821439505123502172008-05-08T15:05:00.000+05:302008-05-08T15:05:00.000+05:30"हर खुशी मिल भी जाए तो क्या फ़ायदागम अगर न मिले तो ..."हर खुशी मिल भी जाए तो क्या फ़ायदा<BR/>गम अगर न मिले तो मजा कुछ नहीं<BR/>जिन्दगी ये बता तुझसे कैसे मिलें<BR/>जीने वालों को तेरा पता कुछ नहीं" <BR/><BR/><BR/>तेरी निगाह से गिरना मेरा बिखर जाना<BR/>वो कत्ल था कि जिसे हादसा बताया गया” । <BR/><BR/>कबिरा बैठा लिए तराजू<BR/>तौल रहा दुनियादारी<BR/>जो भीतर से जितना हल्का<BR/>बाहर से उतना भारी"। <BR/><BR/>ये नहीं कहता मैं कि खवाब न लिख<BR/>अपने कांटों को तू गुलाब न लिख<BR/>जिससे लिखता है प्यार की चिठ्ठी<BR/>उस कलम से कभी हिसाब न लिख। <BR/><BR/>kis kis par waah kare.n ..hame kab nasib ho.nge aise kavi sammelan di..!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-81863954643191818592008-05-06T23:45:00.000+05:302008-05-06T23:45:00.000+05:30आयोजन की बहुत-बहुत बधाई जी...अच्छा लगा पढ़कर...आयोजन की बहुत-बहुत बधाई जी...अच्छा लगा पढ़कर...सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-74709896376267483082008-05-06T18:39:00.000+05:302008-05-06T18:39:00.000+05:30आप सबका ब्लोग पर आने के लिए धन्यवादआप सबका ब्लोग पर आने के लिए धन्यवादAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-75288248217155392702008-05-06T16:42:00.001+05:302008-05-06T16:42:00.001+05:30बहुत जबरदस्त आयोजन थाबहुत जबरदस्त आयोजन थाआशीष कुमार 'अंशु'https://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-10357345849592976072008-05-06T16:42:00.000+05:302008-05-06T16:42:00.000+05:30बहुत जबरदस्त आयोजन थाबहुत जबरदस्त आयोजन थाआशीष कुमार 'अंशु'https://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-16432915827310430332008-05-06T16:41:00.000+05:302008-05-06T16:41:00.000+05:30padhkar aanand aa gaya Aneetaa di, shukriyaapadhkar aanand aa gaya Aneetaa di, shukriyaaपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-18688483424086002362008-05-06T14:00:00.000+05:302008-05-06T14:00:00.000+05:30कवि गोष्ठी का सफ़ल आयोजन करवाने का और उन सारी कवियो...कवि गोष्ठी का सफ़ल आयोजन करवाने का और उन सारी कवियों तथा उनकी कविताओं से हमें रूबरू कराने का तहे दिल से शुक्रिया.<BR/>कविताओं को देख पड़ कर ही लगता है कि आयोजन सचमुच शानदार रहा होगा.डॉ. अजीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/10047691305665129243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-87924884321778779972008-05-06T13:17:00.000+05:302008-05-06T13:17:00.000+05:30वाह वाह!! शानदार! बधाईअजी हम मुस्कुरा नई रहे सोच र...वाह वाह!! शानदार! बधाई<BR/><BR/>अजी हम मुस्कुरा नई रहे सोच रहे कि कैसे आपको समझाया जाए ये सब!!<BR/>जुगाड़ते है रास्ता कोई न कोईSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-67384360955455828522008-05-06T12:07:00.000+05:302008-05-06T12:07:00.000+05:30950आभार देवमणि पाण्डेय एवं अनिता जी का जिनकी बदोलत...950आभार देवमणि पाण्डेय एवं अनिता जी का जिनकी बदोलत दोस्तों की संख्या में खूब इजाफा हुआ. अनिता जी द्वारा किया गया आयोजन इतना अच्छा था की कभी एहसास ही नहीं हुआ की हम किसी दूसरे घर में बैठे हैं. खाना ना खा कर जाने में मुझे भी कष्ट कुछ कम नहीं हुआ लेकिन मजबूरी थी, मैंने वायदा किया है की अनिता जी के यहाँ कभी सिर्फ़ खाना खाने ही आऊंगा. जो लोग नहीं आ पाए वो कभी नहीं जान पाएंगे की उन्होंने क्या खोया है...(इशारा यूनुस जी की तरफ़ है.)<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-62922734965217075342008-05-06T12:01:00.000+05:302008-05-06T12:01:00.000+05:30वाह बहुत अच्छा आयोजन और पोस्ट भी. अच्छी पंक्तियों ...वाह बहुत अच्छा आयोजन और पोस्ट भी. अच्छी पंक्तियों के लिए धन्यवाद.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-79327458081341689722008-05-06T09:49:00.000+05:302008-05-06T09:49:00.000+05:30रिपोट देखकर तो लगता है कि कोई भी समंदर में ना गया ...रिपोट देखकर तो लगता है कि कोई भी समंदर में ना गया होगाजी। <BR/>हाहाहाहाहाहा।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-33283854419624273032008-05-06T07:46:00.000+05:302008-05-06T07:46:00.000+05:30क्या बात है। बहुत खूबसूरत। जिस घर में मिट्टी मुलता...क्या बात है। बहुत खूबसूरत। जिस घर में मिट्टी मुलतानी... बहुत बढ़िया लाइनें हैं।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-35692030858581451942008-05-06T07:08:00.000+05:302008-05-06T07:08:00.000+05:30मजा आया-या खुदा, हम क्यूँ न हुए!!मजा आया-या खुदा, हम क्यूँ न हुए!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-68982880339281735432008-05-06T06:47:00.000+05:302008-05-06T06:47:00.000+05:30मज़ा आ गया. पोस्ट करने के शुक्रिया.मज़ा आ गया. पोस्ट करने के शुक्रिया.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-10644387706114973102008-05-06T00:57:00.000+05:302008-05-06T00:57:00.000+05:30मजा़ आगया बतरस में । कविताएं बडी प्यारी थीं । सुनन...मजा़ आगया बतरस में । कविताएं बडी प्यारी थीं । सुनने का इंतजार हैंAsha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-71542278970492145602008-05-05T23:33:00.000+05:302008-05-05T23:33:00.000+05:30अच्छा तो मुंबई में भी बतरस है। यहाँ कोटा में अनेक ...अच्छा तो मुंबई में भी बतरस है। यहाँ कोटा में अनेक बतरस हैं, कवि अनगिनत। मार पड़ती है संचालक पर। एक आयोजन के लिए अनेक संचालक रखने पड़ते हैं। गनीमत है फिर भी मिल जाते हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-61655952313874712662008-05-05T22:55:00.000+05:302008-05-05T22:55:00.000+05:30वाह अनिता जी ...आप ऐसे आयोजन कराने लगीं -- :-)सुंद...वाह अनिता जी ...<BR/>आप ऐसे आयोजन कराने लगीं --<BR/> :-)<BR/><BR/>सुंदर कवितायेँ सुनवाने का शुक्रियालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-66165301241988878062008-05-05T22:50:00.000+05:302008-05-05T22:50:00.000+05:30उल्लेखीत कविताये अच्छी लगी !!धन्यवादउल्लेखीत कविताये अच्छी लगी !!<BR/><BR/>धन्यवाददीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-91963668356721991952008-05-05T21:33:00.000+05:302008-05-05T21:33:00.000+05:30बहुत बधाई सफ़ल आयोजन के लिये। शानदार कवितायें पढ़ीं।...बहुत बधाई सफ़ल आयोजन के लिये। शानदार कवितायें पढ़ीं। इनको सुनावने की तरकीब आशा है अगली बार तक सीख जायेंगी। इंतजार है अगली प्रस्तुति का। अच्छा विवरण! आपने कौन सी कविता सुनायी?अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-19025712734013026342008-05-05T20:58:00.000+05:302008-05-05T20:58:00.000+05:30ओहो हो हमने मिस किया । जी आपने सही कहा । हम हिम्म...ओहो हो हमने मिस किया । <BR/>जी आपने सही कहा । हम हिम्मत नहीं कर पाए । <BR/>क्या करें आजकल बिजियाए हुए हैं ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-89581428974695727792008-05-05T20:39:00.000+05:302008-05-05T20:39:00.000+05:30ये नहीं कहता मैं कि खवाब न लिखअपने कांटों को तू गु...ये नहीं कहता मैं कि खवाब न लिख<BR/>अपने कांटों को तू गुलाब न लिख<BR/>जिससे लिखता है प्यार की चिठ्ठी<BR/>उस कलम से कभी हिसाब न लिख।<BR/>बहुत खूब !<BR/><BR/>और वो घर वाली कविता भी बेहद पसंद आई<BR/>जिस घर में दादी के किस्से<BR/>उस घर के न होवें हिस्से...<BR/><BR/>प्रस्तुति का शुक्रिया !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-50123945698918977552008-05-05T20:24:00.000+05:302008-05-05T20:24:00.000+05:30बहुत जबरदस्त आयोजन था ये तो. और बहुत बढ़िया तरीके ...बहुत जबरदस्त आयोजन था ये तो. और बहुत बढ़िया तरीके से आपने इस आयोजन के बारे में लिखा दीदी. आनंद आ गया..संजीत, मुस्कुराओ मत भाई.. ये तकनीक का ज्ञान बांटो....:-) <BR/><BR/>बताईये नीरज भइया केवल इसलिए खाने की टेबल पर जा पहुंचे, क्योंकि उन्हें डर था की शिकायत मेरे पास पहुँच जायेगी? अगर ऐसी बात है तो हम तो आज धन्य हो गए.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.com