tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post3632453022376255354..comments2023-09-22T23:12:32.610+05:30Comments on कुछ हम कहें: पानी बचाय के ना रखबेया, तब ना हम लेबै सराध में पानी...Anita kumarhttp://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-53498488057559266922008-05-06T00:53:00.000+05:302008-05-06T00:53:00.000+05:30बडा अच्छा लगा पानी पर आपका लेख । सालों पहले मेरे ब...बडा अच्छा लगा पानी पर आपका लेख । सालों पहले मेरे बडे भाई साहब ने एक काव्य प्रतियेगिता में हिस्सा लिया था विषय था पानी । और उन्हे प्रथम पुरस्कार मिला था । कविता मराठी में थी ।<BR/>उसमें उन्होने कल्पना की थी कि कवि डूब रहा है और उसे तिनके का भी सहारा नही है तो वह पानी की ही स्तुति कर के अपने को बचाने की आखरी कोशिश मे है । उसकी कुछ पंक्तियाँ इस प्रकार हैं<BR/><BR/>दुग्धांत नित्य गवळ्याने मग काय मिसळले असते<BR/>सोनार दागिन्यां वरती सोन्याचे काय चढवते<BR/>चांगल्या गोल मोत्याला मग काय पारखी म्हणते<BR/>जीवन अफाट हो सारे बुडबुडा कशाचा ठरते<BR/>कोलंबस नसता थोर<BR/>तेनसिंग एक मजूर<BR/>गाजता न जगि या फार<BR/>अन् कसे सकाळी असते ढोसले चहाचे पाणी<BR/><BR/>मराठी कविता है अपनी सहेली से पढवा लीजीये ।<BR/>अंत में तारीफ सुन कर पानी भी पसीज जाता है और<BR/>एक लक्कड कवि के मदद के लिये भेज कर कवि की प्राण रक्षा करता है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-72071510610647806862008-05-05T07:25:00.000+05:302008-05-05T07:25:00.000+05:30एक और स्तरीय ब्लॉगर की प्रतीक्षा मेँ!एक और स्तरीय ब्लॉगर की प्रतीक्षा मेँ!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8623065565625964408.post-63492025238813068882008-05-04T19:35:00.000+05:302008-05-04T19:35:00.000+05:30बहुत आभार त्रिपाठी जी को यहाँ प्रस्तुत करने के लिय...बहुत आभार त्रिपाठी जी को यहाँ प्रस्तुत करने के लिये. पसंद आया. अब इन्तजार है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com